आज का पंचांग, नल्ला नेरम, गौरी नल्ला नेरम और आज का तमिल कैलेंडर एनीटाइम एस्ट्रो पर देखें।
दिन का गौरी पंचांग
05:37 - 07:17
धनं
07:17 - 08:58
सुगम
08:58 - 10:39
सोरम
10:39 - 12:19
उठी
12:19 - 14:00
अमिरधा
14:00 - 15:41
विषम
15:41 - 17:21
रोगं
17:21 - 19:02
लाबम
रात का गौरी पंचांग
19:02 - 20:21
अमिरधा
20:21 - 21:41
विषम
21:41 - 23:00
रोगं
23:00 - 00:19, 14 June
लाबम
00:19 - 01:39, 14 June
धनं
01:39 - 02:58, 14 June
सुगम
02:58 - 04:17, 14 June
सोरम
04:17 - 05:37, 14 June
उठी
उत्तर भारत में शुभ मुहूर्त की गणना के लिए चौघड़िया को प्राथमिकता दी जाती है। दूसरी ओर, दक्षिण भारतीय लोग नल्ला नेरम का अनुसरण करते हैं, जिसकी उत्पत्ति गौरी पंचांग से हुई है। नल्ला नेरम तमिल में शुभ समय के बारे में बताता है।
तमिल गौरी पंचांग का उपयोग शुभ मुहूर्त (शुभ समय और तिथि) की गणना के लिए किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस समयावधि के दौरान शुरू किया गया कार्य सकारात्मक परिणाम देता है।
क्या आज का दिन आपके लिए शुभ है? अपनी जन्म कुंडली के अनुसार शुभ मुहूर्त जानने के लिए सर्वश्रेष्ठ वैदिक ज्योतिषीयों के साथ चैट करें या उन्हें फोन करें!
Utsav Joshi
Rajkumar Birla
ShrutiA
दैनिक गौरी पंचाग को दो भागों में विभाजित किया गया है, अर्थात् दिन का गौरी पंचांग और रात का गौरी पंचांग। सूर्योदय से सूर्यास्त तक के समय को दिन का गौरी पंचांग और सूर्यास्त से अगले सूर्योदय के बीच के समय को रात्रि गौरी पंचांग कहा जाता है।
जैसे चौघड़िया को शुभ और अशुभ समय में बांटा गया है, वैसे ही गौरी पंचांग भी शुभ और अशुभ होते हैं। तमिल ज्योतिष के अनुसार, अमृधा, उथी, लाभम, सुगम और धनम को शुभ गौरी पंचांग माना जाता है, जबकि विशम, रोगम और सोरम को गौरी पंचाग का अशुभ समय माना जाता है।