मुहूर्त गौरी पंचांगम

गौरी पंचांगम Keshod, Gujarat, India सितम्बर 11, 2025

आज का गौरी पंचांग

आज का पंचांग, ​​नल्ला नेरम, गौरी नल्ला नेरम और आज का तमिल कैलेंडर एनीटाइम एस्ट्रो पर देखें।

क्या अपना नया व्यवसाय शुरू करने के लिए यह एक अच्छा दिन है?

ज्योतिषी से पूछें

दिन का गौरी पंचांग

मुहूर्त का समय

06:37 - 08:09

धनं

08:09 - 09:41

सुगम

09:41 - 11:12

सोरम

11:12 - 12:44

उठी

12:44 - 14:16

अमिरधा

14:16 - 15:48

विषम

15:48 - 17:19

रोगं

17:19 - 18:51

लाबम

रात का गौरी पंचांग

मुहूर्त का समय

18:51 - 20:19

अमिरधा

20:19 - 21:48

विषम

21:48 - 23:16

रोगं

23:16 - 00:44, 12 September

लाबम

00:44 - 02:13, 12 September

धनं

02:13 - 03:41, 12 September

सुगम

03:41 - 05:09, 12 September

सोरम

05:09 - 06:38, 12 September

उठी

उत्तर भारत में शुभ मुहूर्त की गणना के लिए चौघड़िया को प्राथमिकता दी जाती है। दूसरी ओर, दक्षिण भारतीय लोग नल्ला नेरम का अनुसरण करते हैं, जिसकी उत्पत्ति गौरी पंचांग से हुई है। नल्ला नेरम तमिल में शुभ समय के बारे में बताता है।

तमिल गौरी पंचांग का उपयोग शुभ मुहूर्त (शुभ समय और तिथि) की गणना के लिए किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस समयावधि के दौरान शुरू किया गया कार्य सकारात्मक परिणाम देता है।

सर्वश्रेष्ठ वैदिक ज्योतिषीयों के साथ परामर्श करें

क्या आज का दिन आपके लिए शुभ है? अपनी जन्म कुंडली के अनुसार शुभ मुहूर्त जानने के लिए सर्वश्रेष्ठ वैदिक ज्योतिषीयों के साथ चैट करें या उन्हें फोन करें!

Utsav Joshi

Rajkumar Birla

ShrutiA

दिन और रात्रि का गौरी पंचांग

दैनिक गौरी पंचाग को दो भागों में विभाजित किया गया है, अर्थात् दिन का गौरी पंचांग और रात का गौरी पंचांग। सूर्योदय से सूर्यास्त तक के समय को दिन का गौरी पंचांग और सूर्यास्त से अगले सूर्योदय के बीच के समय को रात्रि गौरी पंचांग कहा जाता है।

जैसे चौघड़िया को शुभ और अशुभ समय में बांटा गया है, वैसे ही गौरी पंचांग भी शुभ और अशुभ होते हैं। तमिल ज्योतिष के अनुसार, अमृधा, उथी, लाभम, सुगम और धनम को शुभ गौरी पंचांग माना जाता है, जबकि विशम, रोगम और सोरम को गौरी पंचाग का अशुभ समय माना जाता है।

आपकी कुंडली के दोष आपके जीवन को प्रभावित कर रहे हैं? समाधान के लिए अभी किसी ज्योतिषी से बात करें। ज्योतिषी से पूछें