आज का पंचांग, नल्ला नेरम, गौरी नल्ला नेरम और आज का तमिल कैलेंडर एनीटाइम एस्ट्रो पर देखें।
दिन का गौरी पंचांग
05:47 - 07:23
सोरम
07:23 - 08:59
उठी
08:59 - 10:36
विषम
10:36 - 12:12
अमिरधा
12:12 - 13:49
रोगं
13:49 - 15:25
लाबम
15:25 - 17:01
धनं
17:01 - 18:38
सुगम
रात का गौरी पंचांग
18:38 - 20:01
लाबम
20:01 - 21:25
धनं
21:25 - 22:48
सुगम
22:48 - 00:11, 13 April
सोरम
00:11 - 01:35, 13 April
उठी
01:35 - 02:58, 13 April
विषम
02:58 - 04:22, 13 April
अमिरधा
04:22 - 05:45, 13 April
सोरम
उत्तर भारत में शुभ मुहूर्त की गणना के लिए चौघड़िया को प्राथमिकता दी जाती है। दूसरी ओर, दक्षिण भारतीय लोग नल्ला नेरम का अनुसरण करते हैं, जिसकी उत्पत्ति गौरी पंचांग से हुई है। नल्ला नेरम तमिल में शुभ समय के बारे में बताता है।
तमिल गौरी पंचांग का उपयोग शुभ मुहूर्त (शुभ समय और तिथि) की गणना के लिए किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस समयावधि के दौरान शुरू किया गया कार्य सकारात्मक परिणाम देता है।
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Utsav Joshi
Rajkumar Birla
ShrutiA
दैनिक गौरी पंचाग को दो भागों में विभाजित किया गया है, अर्थात् दिन का गौरी पंचांग और रात का गौरी पंचांग। सूर्योदय से सूर्यास्त तक के समय को दिन का गौरी पंचांग और सूर्यास्त से अगले सूर्योदय के बीच के समय को रात्रि गौरी पंचांग कहा जाता है।
जैसे चौघड़िया को शुभ और अशुभ समय में बांटा गया है, वैसे ही गौरी पंचांग भी शुभ और अशुभ होते हैं। तमिल ज्योतिष के अनुसार, अमृधा, उथी, लाभम, सुगम और धनम को शुभ गौरी पंचांग माना जाता है, जबकि विशम, रोगम और सोरम को गौरी पंचाग का अशुभ समय माना जाता है।